मन की बात ( dear diary)
"शिक्षा और ज्ञान" दुनिया का सबसे ताकतवर हथियार नहीं बल्कि दुनिया की सबसे जरूरतमंद चीज़ है जो हर किसी के पास होनी चाहिए, हर किसी को इसे पाने के लिए निरंतर प्रयास भी करने चाहिए। मैं हमेशा से एक विद्यार्थी रहा हूँ और हमेशा एक विद्यार्थी रहूँगा उसके बाद में मैं कुछ और हूँ। मैं यहाँ सिर्फ अकादमिक शिक्षा की बात नही कर रहा हूँ बल्कि हर तरह के ज्ञान की बात कर रहा हूँ। मैंने हमेशा से ज्ञान को पाने का प्रयास किया है और पाए ज्ञान को दूसरों के साथ बांटा है फिर चाहे कभी एक शिक्षक के रूप में हो, एक मेंटर के रूप में हो, दोस्त व बड़े भाई के रूप में ही क्यों न हो। मेरा एक पसन्दीदा quote है "don't ignore or be mad if someone asks you for help, people need a light when they are in dark" तो समझ लीजिए कि हम सभी किसी न किसी की ज़िंदगी में वो लाइट हैं । मैंने हर बार अपनी तरफ से अपने से जूनियर और अपने मित्रों को सही ज्ञान देने का ही काम किया है और गज़ब बात यह है कि को भी मुझे सलाह देने लायक समझते है। यह तस्वीर पुरानी है मगर आज इस तस्वीर को देखकर इसे पोस्ट करने का ख्याल आया। मैंने हमेशा से दूसरों के लिए वक़्त निकाला है जब भी किसी न मदद मांगी या मेरा सुझाव व सलाह मांगा है मैंने अपना बेस्ट देने की कोशिश की है आलम तो यह भी होता है कि आज भी कभी कभार घण्टों सड़क के किनारे खड़े किसी जूनियर या दोस्त द्वारा पूछे गए शिक्षा, ज़िन्दगी तथा और भी ऐसे कई सवालों का जवाब देते पाया जाता हूँ। कई लोग मुझसे कहते कि "यूँ फ्री में अपना ज्ञान मत दो, किसी को ऐसे सलाह मत दो या अपना समय इन लोगों के पीछे बर्बाद मत करो जो एक दिन तुम्हीं से ज्ञान लेकर तुमसे आगे बढ़ जाएंगे और तुम्हें याद भी नहीं करेंगे, तुम्हें कॉल तक नही करेंगे" इस तरह की टिप्पणियां करते है मगर मेरा उन लोगों को यही कहना है कि अगर किसी की " दूसरों की मदद करने जैसा सुख कुछ है ही नही" मेरा यह भी मानना है कि "मदद करके जताना भी नही चाहिए तथा यह भी नही कहना चाहिए कि ओह! देखों मैंने इसकी मदद की थी" क्योंकि फिर मदद करने के पीछे का सारा निश्छल उद्देश्य खत्म हो जाता है वह स्वार्थ में बदल जाता है। मैंने जिन लोगों की आज तक मदद की है फिर चाहे उन्हें सलाह या ज्ञान देकर ही क्यों न हो अगर वह मुझे भूल भी जाएंगे या कल को इस बात को नकार भी जाएंगे कि हाँ आकाश भाई ने हमें उस समय फलां चीज़ ज्ञान दिया था या हमें support किया था जोकि असल में हुआ भी है तो सच कहूं तो मुझे न ही कोई फ़र्क पड़ता है और न ही कभी पड़ेगा क्योंकि यह मेरे लिए बहुत ही छोटी बात है। मैं किसी मदद या दिए हुए ज्ञान के बदले किसी भी तरह की कोई भी अपेक्षा रखता हूँ। अगर वो कोई मेरे साथ रहकर, मेरे ज्ञान से या मदद से कुछ बन पाए या खुद को एक अच्छा व्यक्ति में बदल पाए। सच पूछो तो मेरे लिए इससे बड़ी उपलब्धि शायद ही कुछ और होगीमुझे अपने ज्ञान पर घमंड नही है बल्कि मुझे उसपे विश्वास है। मुझे मेरी लाइफ में मुझे ज्ञान देकर गाइड करने वाले लोग न के बराबर ही मिले इसलिए मैं उन सभी लोगों के लिए वह गाइड बनना चाहता हूँ जिसकी कमी मुझे हमेशा से खली है और यह भी सत्य ही कि मैं आगे भी इसी तरह मदद करता रहूंगा।
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